सूर्य ग्रहण में सूतक के नियम एवं जानकारियाँ
![Image](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEijBu6F5CC0Mul51jNLmoc6GiRD-wvA37wf2OoQR9rMY7pL9ZYKj_OUYahdCj2i4McUmRynI48KkbwU0nbbvlBUkf1F6FTlBaiWcS0mMlqQh9HFNANg2bdPIvzcaE1v_gS3C8hLpJXXC2rc/w640-h124/Fullscreen+capture+6202020+71347+AM.bmp.jpg)
21 जून, 2020 का सूर्य ग्रहण आज के कुछ तथाकथित वैज्ञानिकता वाले युग जीने का दम्भ भरने वाले लोग इन सब बातो को अन्धविश्वास की दृष्टि से देखेंगे परन्तु इन सब नियमो के पीछे पूरी तरह विशुद्ध प्राचीन विज्ञान छिपा है जिसे साधारण जनमानस को पालन करने हेतु साधारण भाषा में पाप आदि से जोड़ दिया गया है अतः हमारे पूर्वजो ने जिन पद्दतियों की नींव डाली थी वह भले ही आज अन्धविश्वास लगे परन्तु उनका शुद्ध रूप में पालन हमारे समाज एवं स्वास्थ्य के लिए लाभदायक ही होगा। पहले के भारत के लोगो ने कभी नहीं कहा की वो वैज्ञानिक युग में जी रहे है परन्तु उनका जीवन पूरी तरह से वैज्ञानिकता से परिपूर्ण था आज के समय में हर दूसरा व्यक्ति विज्ञान की दुहाई देता है परन्तु सबका जीवन पूरी तरह से अवैज्ञानिक है 21 जून, 2020 का ग्रहण वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा। इसका परिमाण 0.99 होगा। यह पूर्ण सूर्यग्रहण नहीं होगा क्योंकि चन्द्रमा की छाया सूर्य का मात्र 99% भाग ही ढकेगी। आकाशमण्डल में चन्द्रमा की छाया सूर्य के केन्द्र के साथ मिलकर सूर्य के चारों ओर एक वलयाकार आकृति बनायेगी। इस सूर्य ग्रहण की सर्वाधिक लम्बी अवधि 0 मिनट और 38 से