देसी गोमाता के घी से क्यों नहीं बढ़ता मोटापा?
यह जानकारी गोधूली परिवार द्वारा जनहित में जारी Gaudhuli.com *************** *देसी गाय के शुद्ध बिलोना देशी घी की पहचान* *************** हरियाणा और राजस्थान वाले मेरी बात समझेंगे की इन राज्यों में बच्चा होने के बाद जच्चा के लिए एवं और सर्दियों में गोंद के लड्डू बनाए जाते है। जब यह लड्डू भैंस या बाजार के घी से बनते है तो इनको फोड़ने के लिए सिलबट्टे से मारकर इनको बहुत ज़्यादा ज़ोर लगाकर फोड़ना पड़ता है। वही अगर यह लड्डू देशी गोमाता के घी से बनाएं जाते है तो यह हाथ के थोड़े से दबाव से ही टूट जाता है। क्यों? आइये जानते है ठंड से जमा हुआ घी हथेली पर रखते ही कुछ देर में पिघल जाएगा क्योकि देसी गोमाता के शुद्ध बिलोना घी का मेल्टिंग पॉइंट (अर्थात सामान्य भाषा में वह तापमान जिसपर कोई कोई वस्तु पिघल जाती है) हमारे शरीर के तापमान से कम होता है अतः हमारे शरीर में जाकर वह जमता नहीं नहीं और न ह्रदय रोग करता है न मोटापा बढ़ाता है। जबकि मिलावटी घी/ बटर-आयल/भैस-घी / विदेशी रंगीन भैंसो (विदेशी नस्ल की गायों) का मेल्टिंग पॉइंट 38 डिग्री सेल्सियस से अधिक होता है, और ...