जब लूटने वाले पूर्ण सक्रिय है तो बचाने वाले शांत क्यों बैठे? अभी तो बहुत काम बाकी है (एक छोटी सी घटना जो मेरे साथ हुई) मेरे पिता सेना से सेवानिवृत्त है और उन्हें सेना की कैंटीन से सस्ता सामान जो ज़्यादातर विदेशी होता है वो बाज़ार से काफी कम दाम पर मिल जाता है लेकिन उसका फायदा राजीव भाई को सुनने के बाद कम ही ले पाते है मेरे पिता अपने स्वभाव के कारण सभी की मदद को तैयार रहते है मेरे घर के पास आर्थिक रूप से परेशान एक नल आदि ठीक करने वाला plumber सूरज रहता है जो हमें भी अपनी सेवा देता रहता है उसने पिता जी से निवेदन किया की मुझे कैंटीन से कुछ सामान मंगवाना है पिताजी ने कहा की जब वहां का चक्कर लगेगा तो ले आऊंगा, मेरे पिता का खुद का सामान कम होता है और दूसरो का अधिक वो सामान ले आये और घर पर कोने में रख दिया मुझे इस बात का पता नहीं था तो मैंने पुछा की यह सामान किसका है तो उन्होंने कहा की प्लम्बर का है क्योंकि उस सामान में Horlicks, Johnson Baby Soap, Maggi , ketchup जैसी वस्तुए थी जो हमारे घर में प्रयोग नहीं होते थे लगभग रूपए 1500-2000 का सामान था 15-20 दिन हो