पूर्वजों को याद करने के उपलक्ष्य को मज़ाक bka विषय नही बनाना
श्राद्ध पक्ष को लेकर कई मज़ाक भरे सन्देशो का आदान प्रदान हो रहा है जिसमे ब्राह्मणो का खाने का वर्ल्ड कप से लेकर कौवो की मौज आदि का उल्लेख है व्यक्तिगत रूप से श्राद्ध पक्ष जैसे पवित्र पखवाड़े के विषय में ऐसे भद्दे फूहड़ मज़ाक मैं पसंद नहीं करता इस पखवाड़े में अपने पितरो / पूर्वजो को श्रद्धापूर्वक स्मरण करने प्रावधान है..... कोई भी ब्राह्मण न तो आपसे खीर पूरी खिलाने का आग्रह कर रहा है न कोई गाय, पशु या पक्षी अगर आप इनको भोग करवाने को मानते है तो पालन करें और यदि नहीं तो अपने नित्य कार्य अन्य दिनों की तरह करते रहे क्योंकि जो मानते है उनके कहने से आप मानना शुरू नहीं करेंगे और आपके कहने से वो पालन करना छोड़ेंगे नहीं तो क्यों अपनी ऊर्जा नष्ट करें देश में और भी कई वास्तविक संकट है उनपर ध्यान केंद्रित करें उचित रहेगा धार्मिक आस्था और मान्यताओ के विषयो पर किसी तरह की भद्दे और भौंडे सन्देश भेजना या बहस करना मूर्खता है अतः न करें! ऐसे सन्देश भेजने वालो को विनम्र होकर परन्तु दृढ़ता पूर्वक यह सन्देश प्रेषित करें - अपनी जड़ो से जुड़े हुए वीरेंद्र की कलम से