चचा नेहरू

चचा नेहरू बचपन से ही स्कूल में नेहरू के बारे में हमारे मस्तिष्क में एक छवि बनायीं है कि नेहरू एक बहुत ही महान व्यक्ति थे। कांग्रेस के द्वारा देश पर किये गए कई कुठाराघात में से एक यह भी था कि हमारे बालमन पर एक ऐसे व्यक्ति की छवि अंकित की जा रही थी जो सच्चाई से कोसो दूर थी। जिस से सदियों तक उसकी छद्म महानता पीढ़ीयो के मन पटल पर अंकित हो जाए। इसका एक उदहारण मुझे याद आता है जब हमारी पुस्तक में एक पाठ नेहरू और शास्त्री जी के जीवनशैली के तुलनमात्मक अध्ययन के रूप में पढ़ाया जाता थ ा। इसमें एक वाक्य मुझे अभी तक याद आता है की "शास्त्री जी की व्यवस्था भी अस्तव्यस्तता से निर्मित थी और नेहरू जी की अस्तव्यस्तता भी व्यवस्था से निर्मित थी" और पाठ के अंत में उत्तर में हमे इसके उत्तर रटाये जाते थे की ऐसा क्यों था और फिर हम अनजाने में यही याद करते थे जिसका भाव यही था की नेहरू जी व्यवस्थित थे जबकि शास्त्री जी अव्यवस्थित। नेहरू को धैर्य और शांति का प्रतीक प्रमाणित करते हुए एक और उदहारण में नेहरू किसी विमान में बैठे है और तकनीकी गड़बड़ी के कारण विमान दुर्घटनाग्रस्त होने की ...